भारत के पूर्व राष्ट्रपति मिसाइल मैन APJ ABDUL KALAM जानिए उनके जीवन से जुड़ी हुई खास बातें abdul kalam death anniversary
भारत देश के पूर्व राष्ट्रपति और मिसाइल मैन कहे जाने वाले एपीजे अब्दुल कलाम ( APJ ABDUL KALAM ) आज के दिन 27 जुलाई को ही 4 साल पहले देश को अलविदा कह गए थे भारत देश इनका सदा आभारी रहेगा | चलिए जानते हैं अब्दुल कलाम के बारे में कुछ और खास बातें जो शायद आपको पता ना हो
अब्दुल कलाम जी का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को रामेश्वरम तमिलनाडु में हुआ था अब्दुल कलाम जी को बचपन से ही अपनी जिम्मेदारियों का एहसास हो गया था | कहा जाता है कि जब अब्दुल कलाम जी के घर में उस वक्त बिजली नहीं हुआ करती थी तब वह है दीपक जला कर अपनी पढ़ाई किया करते थे |
वह मात्र 8 साल की उम्र में ही सुबह 4:00 बजे उठकर गणित विषय पढ़ने के लिए जाया करते थे इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं उनकी दिनचर्या के बारे में और उनके जिम्मेदारियों के बारे में | वह ऐसा इसलिए करते थे क्योंकि उनके टीचर हर साल 5 बच्चों को मुफ्त में गणित विषय पढ़ाया करते थे और अब्दुल कलाम जी बचपन से ही आत्मनिर्भर थे इसी वजह से वह आगे बढ़ पाए |
वर्ष 2020 तक भारत को आर्थिक रूप से समृद्ध बनाने का सपना देखने वाला यह कर्मवीर योद्धा अपनी अंतिम सांस तक देश के लिए काम करता रहा यह अपने आखिरी क्षणों में भी बच्चों को लेक्चर दे रहे थे... आज दिनांक 27 जुलाई को इनकी पुण्यतिथि है इनकी महानता की जितने गुणगान करें उतने ही कम है
मिसाइल मैन को कई पुरस्कारों से किया गया सम्मानित
मिसाइल मैन कलाम जी को वर्ष 1981 में भारत सरकार ने पद्मा भूषण अवॉर्ड 1990 में पद्म विभूषण और उसके बाद 1997 में देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया था | अब्दुल कलाम जी देश के केवल ऐसे तीसरे राष्ट्रपति थे जिन्होंने भारत के सर्वोच्च पद पर नियुक्त होने से पहले भारत रत्न दिया गया था इससे पहले यह सम्मान हासिल सर्वपल्ली राधाकृष्णन और जाकिर हुसैन को दिया गया था
अब्दुल कलाम जी के आखिरी पल
4 साल पहले दिनांक 27 जुलाई 2015 को अब्दुल कलाम जी का निधन मेघालय के शिलांग में हुआ था वहां पर भी लेक्चर देने के लिए गए थे | कलाम जी ने अपने अंतिम कुछ घंटे ऐसे बिताए जो कि हमेशा हम लोगों के लिए यादगार रहेंगे उनकी आखिरी इच्छा उनके कुछ आखिरी शब्द हम सबको यह बताते हैं कि वह भारत देश के बारे में कितना अधिक सोचते थे | लेक्चर देते समय उन्हें दिल का दौरा पड़ा जिसके बाद उन्हें जल्द से जल्द अस्पताल ले जाया गया लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया आउड़ें 83 वर्ष की आयु में अब्दुल कलाम जी इस देश को छोड़कर चले गए लेकिन आज भी हमारे दिल में कलम जी जिन्दा है |
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